संथाल में आदिवासी समाज अपनी पहचान बचाने की कर रहा जद्दोजहद : बाबूलाल मरांडी
रांची । भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठियों के जनसंख्या विस्फोट के कारण संथाल परगना में आदिवासी समाज अपनी पहचान बचाने की जद्दोजहद कर रहा है। उन्होंने गुरुवार काे एक्स पर पोस्ट कर कहा है कि आदिवासियों के अस्तित्व को मिटाने का षड्यंत्र सिर्फ जमीन की लूट और लव जिहाद तक ही सीमित नहीं है, बांग्लादेशी घुसपैठिए संथाल आदिवासियों को नशे की गिरफ्त में फंसाकर उन्हें बर्बाद करने की साजिश रहे हैं।
बाबूलाल ने आगे लिखा कि वर्तमान समय में आदिवासी समाज पर इतना विकराल संकट छाया है। इसके बावजूद मुख्यमंत्री द्वारा बांग्लादेशी घुसपैठियों के पक्ष में बयान देना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। हेमंत ने सदन के अंदर बांग्लादेशी घुसपैठियों का बचाव कर अपनी मंशा बिल्कुल स्पष्ट कर दी है कि जेएमएम-कांग्रेस सरकार की प्राथमिकता अपने मुस्लिम वोट बैंक को संरक्षण देना है, ना कि अस्तित्व संकट से जूझ रहे आदिवासी समाज को।
नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने भी एक्स पर पोस्ट कर कहा कि अगर जनता को ठगने की कोई प्रतियोगिता होती तो “झामुमो-कांग्रेस-राजद ठगबंधन सरकार” इसमें स्वर्ण पदक पाती। एक तरफ मुफ्त बिजली देने का ढकोसला और दूसरी तरफ जनता का जीना मुश्किल कर देना। इन ठग नीतियों का जवाब झारखंड की जनता जल्दी देगी।