नाबालिग को जिंदा जलाना पशुता
एकतरफा प्यार में जिंदा जलाकर नाबालिग लड़की अंकिता सिंह की हत्या के बाद मामला तूल पकड़ता जा रहा है। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने झारखंड में 19 साल की एक युवती को जिंदा जलाए जाने की घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इस मामले की सुनवाई के लिए एक विशेष अदालत का गठन किया जाए। ओवैसी ने कहा कि एक युवक द्वारा लड़की को जिंदा जलाए जाने की घटना ‘हैवानियत’ है। ओवैसी ने कहा कि इस केस की सुनवाई के लिए स्पेशल कोर्ट तैयार की जाए। नाबालिग को जिंदा जलाना पशुता है। ओवैसी ने कहा कि इस मामले की सुनवाई के लिए एक स्पेशल कोर्ट बनाई जाए।
हेमंत सरकार ने दिया 10 लाख का मुआवजा
झारखंड सरकार ने दुमका जिले में एक युवती को जिंदा जलाए जाने की घटना के बाद सोमवार को उसके परिजनों को नौ लाख रुपये का मुआवजा सौंपा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दुमका जिला प्रशासन को शोक संतप्त परिवार को तत्काल 10 लाख रुपये की सहायता राशि देने का निर्देश दिया है। सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि समाज में कई तरह की कुरीतियां देखने को मिल रही हैं। ये घटना दिल दहला देने वाली है। इस मामले में कानून अपना काम कर रहा है। 23 अगस्त को झारखंड के दुमका में एकतरफा प्रेम के मामले में आरोपी शाहरुख ने युवती के कमरे में खिड़की से पेट्रोल उड़ेलकर आग लगा दी। इस घटना के समय युवती अपने कमरे में सो रही थी।